11 दिसंबर 2025 का पंचांग: मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि, शुभ मुहूर्त और राहु काल की पूरी जानकारी

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क्या आप 11 दिसंबर 2025 को अपने दिन की शुरुआत शुभ मुहूर्त और पंचांग के अनुसार करना चाहते हैं? आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) आपके लिए हिंदू कैलेंडर के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया है, जिसमें मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि, पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र, विष्कुम्भ योग, शुभ मुहूर्त, राहु काल, और अन्य ज्योतिषीय विवरण शामिल हैं। यह लेख SEO-अनुकूलित है, जो Google पर रैंक करने और अधिक क्लिक्स प्राप्त करने के लिए तैयार किया गया है। आइए जानते हैं 11 दिसंबर 2025 का विस्तृत पंचांग!

पंचांग क्या है?

पंचांग हिंदू ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो तिथि, नक्षत्र, योग, करण, और वार जैसे पांच अंगों पर आधारित होता है। यह शुभ कार्यों, जैसे विवाह, गृह प्रवेश, और पूजा के लिए सही समय निर्धारित करने में मदद करता है। 11 दिसंबर 2025 के पंचांग में मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि का विशेष महत्व है, जो भगवान शिव की पूजा और स्वास्थ्य लाभ के लिए शुभ मानी जाती है। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र और विष्कुम्भ योग का संयोग रचनात्मकता और सफलता प्रदान करता है।


11 दिसंबर 2025 का पंचांग: महत्वपूर्ण विवरण

तिथि और वार

  • तिथि: मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष सप्तमी (दोपहर 02:01 PM तक, उसके बाद अष्टमी)।
  • वार: गुरुवार
  • पक्ष: कृष्ण पक्ष
  • मास: मार्गशीर्ष

सूर्योदय और सूर्यास्त

  • सूर्योदय: सुबह 07:05 AM
  • सूर्यास्त: शाम 05:25 PM

चंद्रोदय और चंद्रास्त

  • चंद्रोदय: शाम 07:38 PM
  • चंद्रास्त: अगले दिन सुबह 09:52 AM

नक्षत्र, योग, और करण

  • नक्षत्र: पूर्वा फाल्गुनी (सुबह 02:44 AM तक), उसके बाद उत्तरा फाल्गुनी।
  • योग: विष्कुम्भ (दोपहर 11:39 AM तक), उसके बाद प्रीति।
  • करण: बव (दोपहर 01:57 PM तक), उसके बाद बालव।

मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि: महत्व और पूजा विधि

मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि भगवान शिव की उपासना के लिए विशेष है। यह तिथि स्वास्थ्य, दीर्घायु और समृद्धि के लिए शुभ है। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र सौंदर्य, रचनात्मकता और सुख का प्रतीक है, जबकि विष्कुम्भ योग स्मार्ट निर्णयों से सफलता दिलाता है।

पूजा विधि

  1. प्रातः स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
  2. पूजा सामग्री: बेलपत्र, दूध, फल।
  3. मंत्र जाप: “ॐ नमः शिवाय”।
  4. कथा: सप्तमी तिथि कथा पढ़ें।
  5. दान: अन्न दान करें।

तिथि के नियम

  • सात्विक भोजन करें।
  • नकारात्मक विचारों से दूर रहें।

शुभ मुहूर्त: कार्य शुरू करने का सही समय

11 दिसंबर 2025 को विभिन्न कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:

  • अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:58 AM से 12:41 PM।
  • विवाह मुहूर्त: उपलब्ध नहीं (कृष्ण पक्ष में विवाह शुभ नहीं)।
  • गृह प्रवेश: सुबह 07:10 AM से 08:25 AM।
  • वाहन खरीदारी: सुबह 08:40 AM से 10:40 AM।
  • नामकरण/मुंडन: दोपहर 12:15 PM से 02:15 PM।

नोट: शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करने से पहले ज्योतिषी से सलाह लें।


राहु काल: अशुभ समय से बचें

राहु काल वह समय होता है जब कोई शुभ कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। 11 दिसंबर 2025 का राहु काल:

  • समय: सुबह 09:39 AM से 11:00 AM।
  • सुझाव: इस दौरान यात्रा या निर्णय लेने से बचें।

अन्य अशुभ काल:

  • यमगंड: दोपहर 01:33 PM से 02:54 PM।
  • गुलिक काल: सुबह 12:15 PM से 01:36 PM।

अन्य ज्योतिषीय जानकारी

  • चंद्र राशि: सिंह।
  • सूर्य राशि: वृश्चिक।
  • विशेष: सप्तमी तिथि पर शिव पूजा से रोग नाश। पूर्वा फाल्गुनी नक्षत्र रचनात्मकता के लिए शुभ।

11 दिसंबर 2025 को क्या करें और क्या न करें?

क्या करें?

  • सप्तमी तिथि पर शिव पूजा करें।
  • शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करें।
  • दान-पुण्य करें।

क्या न करें?

  • राहु काल में शुभ कार्य न करें।
  • तामसिक भोजन से परहेज करें।

निष्कर्ष

11 दिसंबर 2025 का पंचांग आपके दिन को शुभ बनाने में मदद करेगा। मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष सप्तमी तिथि का पालन करें।

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