21 नवंबर 2025 का पंचांग: मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि, शुभ मुहूर्त और राहु काल की पूरी जानकारी

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21 November 2025 Panchang

क्या आप 21 नवंबर 2025 को अपने दिन की शुरुआत शुभ मुहूर्त और पंचांग के अनुसार करना चाहते हैं? आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) आपके लिए हिंदू कैलेंडर के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया है, जिसमें मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि, अनुराधा नक्षत्र, सुकर्मा योग, शुभ मुहूर्त, राहु काल, और अन्य ज्योतिषीय विवरण शामिल हैं। यह लेख SEO-अनुकूलित है, जो Google पर रैंक करने और अधिक क्लिक्स प्राप्त करने के लिए तैयार किया गया है। आइए जानते हैं 21 नवंबर 2025 का विस्तृत पंचांग!

पंचांग क्या है?

पंचांग हिंदू ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो तिथि, नक्षत्र, योग, करण, और वार जैसे पांच अंगों पर आधारित होता है। यह शुभ कार्यों, जैसे विवाह, गृह प्रवेश, और पूजा के लिए सही समय निर्धारित करने में मदद करता है। 21 नवंबर 2025 के पंचांग में मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि का विशेष महत्व है, जो नए मासिक चक्र की शुरुआत और सकारात्मक ऊर्जा का प्रतीक है। अनुराधा नक्षत्र और सुकर्मा योग कार्य सिद्धि के लिए शुभ हैं।


21 नवंबर 2025 का पंचांग: महत्वपूर्ण विवरण

तिथि और वार

  • तिथि: मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रतिपदा (सुबह 02:47 PM तक, उसके बाद द्वितीया)।
  • वार: शुक्रवार
  • पक्ष: शुक्ल पक्ष
  • मास: मार्गशीर्ष (पूर्णिमांत)

सूर्योदय और सूर्यास्त

  • सूर्योदय: सुबह 06:48 AM
  • सूर्यास्त: शाम 05:36 PM

चंद्रोदय और चंद्रास्त

  • चंद्रोदय: सुबह 07:35 AM
  • चंद्रास्त: शाम 06:16 PM

नक्षत्र, योग, और करण

  • नक्षत्र: अनुराधा (दोपहर 01:55 PM तक), उसके बाद ज्येष्ठा।
  • योग: अतिगण्ड (सुबह 10:43 AM तक), उसके बाद सुकर्मा।
  • करण: किंस्तुघ्न (सुबह 02:47 PM तक), उसके बाद बव।

मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि: महत्व और पूजा विधि

मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि नए चंद्र चक्र की शुरुआत का प्रतीक है, जो समृद्धि और सकारात्मक ऊर्जा लाती है। अनुराधा नक्षत्र सहयोग और सफलता के लिए शुभ है। यह तिथि गणेश या लक्ष्मी पूजा के लिए उत्तम है।

पूजा विधि

  1. प्रातः स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
  2. पूजा सामग्री: फल, फूल, दीपक।
  3. मंत्र जाप: “ॐ गं गणपतये नमः”।
  4. कथा: प्रतिपदा कथा पढ़ें।
  5. दान: अन्न दान करें।

तिथि के नियम

  • सात्विक भोजन करें।
  • नकारात्मक विचारों से दूर रहें।

शुभ मुहूर्त: कार्य शुरू करने का सही समय

21 नवंबर 2025 को विभिन्न कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:

  • अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 PM से 12:48 PM।
  • विवाह मुहूर्त: उपलब्ध (शुक्ल पक्ष में शुभ) – दोपहर 12:00 PM से 01:30 PM।
  • गृह प्रवेश: सुबह 06:50 AM से 08:10 AM।
  • वाहन खरीदारी: सुबह 08:25 AM से 10:25 AM।
  • नामकरण/मुंडन: दोपहर 12:15 PM से 02:15 PM।

नोट: शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करने से पहले ज्योतिषी से सलाह लें।


राहु काल: अशुभ समय से बचें

राहु काल वह समय होता है जब कोई शुभ कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। 21 नवंबर 2025 का राहु काल:

  • समय: दोपहर 01:55 PM से 03:17 PM।
  • सुझाव: इस दौरान यात्रा या निर्णय लेने से बचें।

अन्य अशुभ काल:

  • यमगंड: सुबह 11:39 AM से 01:01 PM।
  • गुलिक काल: सुबह 07:25 AM से 08:47 AM।

अन्य ज्योतिषीय जानकारी

  • चंद्र राशि: वृषभ।
  • सूर्य राशि: वृश्चिक।
  • विशेष: प्रतिपदा तिथि पर गणेश पूजा से विघ्न नाश। अनुराधा नक्षत्र सहयोग के लिए शुभ।

21 नवंबर 2025 को क्या करें और क्या न करें?

क्या करें?

  • प्रतिपदा तिथि पर गणेश पूजा करें।
  • शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करें।
  • दान-पुण्य करें।

क्या न करें?

  • राहु काल में शुभ कार्य न करें।
  • तामसिक भोजन से परहेज करें।

निष्कर्ष

21 नवंबर 2025 का पंचांग आपके दिन को शुभ बनाने में मदद करेगा। मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष प्रतिपदा तिथि का पालन करें।

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