
क्या आप 23 नवंबर 2025 को अपने दिन की शुरुआत शुभ मुहूर्त और पंचांग के अनुसार करना चाहते हैं? आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) आपके लिए हिंदू कैलेंडर के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया है, जिसमें मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि, मघा नक्षत्र, ऐन्द्र योग, शुभ मुहूर्त, राहु काल, और अन्य ज्योतिषीय विवरण शामिल हैं। यह लेख SEO-अनुकूलित है, जो Google पर रैंक करने और अधिक क्लिक्स प्राप्त करने के लिए तैयार किया गया है। आइए जानते हैं 23 नवंबर 2025 का विस्तृत पंचांग!
पंचांग क्या है?
पंचांग हिंदू ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो तिथि, नक्षत्र, योग, करण, और वार जैसे पांच अंगों पर आधारित होता है। यह शुभ कार्यों, जैसे विवाह, गृह प्रवेश, और पूजा के लिए सही समय निर्धारित करने में मदद करता है। 23 नवंबर 2025 के पंचांग में मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि का विशेष महत्व है, जो भगवान भैरव की पूजा (मासिक कालाष्टमी) के लिए शुभ मानी जाती है। मघा नक्षत्र और ऐन्द्र योग का संयोग कार्य सिद्धि के लिए उत्तम है।
23 नवंबर 2025 का पंचांग: महत्वपूर्ण विवरण
तिथि और वार
- तिथि: मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अष्टमी (सुबह 09:12 AM तक, उसके बाद नवमी)।
- वार: रविवार
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- मास: मार्गशीर्ष
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: सुबह 06:50 AM
- सूर्यास्त: शाम 05:37 PM
चंद्रोदय और चंद्रास्त
- चंद्रोदय: शाम 07:38 PM
- चंद्रास्त: अगले दिन सुबह 09:52 AM
नक्षत्र, योग, और करण
- नक्षत्र: मघा (पूरे दिन)।
- योग: ऐन्द्र (सुबह 10:36 AM तक), उसके बाद वज्र।
- करण: शकुनि (सुबह 09:12 AM तक), उसके बाद चतुष्पद।
मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि: महत्व और पूजा विधि
मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि मासिक कालाष्टमी के रूप में भगवान भैरव की पूजा का दिन है। यह व्रत भय, रोग और विपत्तियों से मुक्ति के लिए रखा जाता है। मघा नक्षत्र पितरों की पूजा और ऐन्द्र योग से कार्य सिद्धि होती है।
पूजा विधि
- प्रातः स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें।
- पूजा सामग्री: सरसों का तेल, काले तिल, उड़द दाल।
- मंत्र जाप: “ॐ भैरवाय नमः”।
- कथा: कालाष्टमी कथा पढ़ें।
- दान: काले कुत्ते को भोजन दान करें।
व्रत के नियम
- फलाहार रखें।
- रात्रि जागरण करें।
शुभ मुहूर्त: कार्य शुरू करने का सही समय
23 नवंबर 2025 को विभिन्न कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 11:46 AM से 12:28 PM।
- विवाह मुहूर्त: उपलब्ध नहीं (कृष्ण पक्ष में विवाह शुभ नहीं)।
- गृह प्रवेश: सुबह 06:50 AM से 08:10 AM।
- वाहन खरीदारी: सुबह 08:25 AM से 10:25 AM।
- नामकरण/मुंडन: दोपहर 12:15 PM से 02:15 PM।
नोट: शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करने से पहले ज्योतिषी से सलाह लें।
राहु काल: अशुभ समय से बचें
राहु काल वह समय होता है जब कोई शुभ कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। 23 नवंबर 2025 का राहु काल:
- समय: सुबह 09:29 AM से 10:48 AM।
- सुझाव: इस दौरान यात्रा या निर्णय लेने से बचें।
अन्य अशुभ काल:
- यमगंड: दोपहर 01:08 PM से 02:29 PM।
- गुलिक काल: दोपहर 03:50 PM से 05:11 PM।
अन्य ज्योतिषीय जानकारी
- चंद्र राशि: सिंह।
- सूर्य राशि: वृश्चिक।
- विशेष: अष्टमी तिथि पर भैरव पूजा से रोग नाश। मघा नक्षत्र सहयोग के लिए शुभ।
23 नवंबर 2025 को क्या करें और क्या न करें?
क्या करें?
- मासिक कालाष्टमी पर भैरव पूजा करें।
- शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करें।
- दान-पुण्य करें।
क्या न करें?
- राहु काल में शुभ कार्य न करें।
- तामसिक भोजन से परहेज करें।
निष्कर्ष
23 नवंबर 2025 का पंचांग आपके दिन को शुभ बनाने में मदद करेगा। मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष अष्टमी तिथि का पालन करें।
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