
मूल पंचांग विवरण
| अंग | विवरण |
|---|---|
| तिथि | शुक्ल सप्तमी (रात 10:52 PM तक), उसके बाद अष्टमी |
| वार | रविवार |
| नक्षत्र | भरणी (सुबह 11:53 AM तक), उसके बाद कृतिका |
| योग | सुकर्मा (शाम 06:47 PM तक), उसके बाद धृति |
| करण | गर (सुबह 09:42 AM तक), वणिज (रात 10:52 PM तक) |
| पक्ष | शुक्ल पक्ष |
| मास | मार्गशीर्ष |
| ऋतु | हेमन्त |
| सूर्य राशि | वृश्चिक |
| चन्द्र राशि | मेष (पूरे दिन) |
समय (दिल्ली आधारित)
- सूर्योदय : सुबह 07:01 AM
- सूर्यास्त : शाम 05:24 PM
- चन्द्रोदय : सुबह 11:45 AM
- चन्द्रास्त : रात 11:55 PM
शुभ मुहूर्त (7 दिसंबर 2025)
| मुहूर्त | समय |
|---|---|
| अभिजीत मुहूर्त | 11:50 AM – 12:33 PM |
| ब्रह्म मुहूर्त | 05:03 AM – 05:51 AM |
| विजय मुहूर्त | 01:55 PM – 02:38 PM |
| गोधूलि मुहूर्त | 05:14 PM – 05:40 PM |
| अमृत काल | रात 09:30 PM – 11:12 PM |
विशेष: शुक्ल सप्तमी + रविवार + भरणी नक्षत्र = विवाह, गृह-प्रवेश, वाहन-भूमि खरीद, नया व्यापार, नामकरण, मुंडन आदि सभी कार्य शुभ एवं फलदायी।
अशुभ काल (शुभ कार्य वर्जित)
| काल | समय |
|---|---|
| राहु काल | शाम 04:03 PM – 05:24 PM |
| यमगंड | दोपहर 12:12 PM – 01:33 PM |
| गुलिक काल | दोपहर 02:54 PM – 04:15 PM |
| दुष्टमुहूर्त | 11:40 AM – 12:25 PM |
विशेष योग एवं व्रत-त्योहार
- मार्गशीर्ष शुक्ल सप्तमी – मित्र सप्तमी / सूर्य सप्तमी
- रविवार + सप्तमी – सूर्य देव की विशेष पूजा, रविवार व्रत करने वालों के लिए उत्तम
- भरणी नक्षत्र – यमराज का नक्षत्र होने से पितृ-तर्पण, श्राद्ध-कर्म शुभ
- सुकर्मा योग पूरे दिन तक – सभी शुभ कार्य सिद्ध होते हैं
आज क्या करें – क्या न करें
करें
- सूर्य देव को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें
- अदिति (सूर्य माता) की पूजा करें, लाल फूल, गुड़ चढ़ाएं
- पितरों का तर्पण करें (भरणी नक्षत्र में विशेष फल)
- नए कार्य, खरीदारी, निवेश शुरू करें
- “ॐ घृणिः सूर्याय नमः” या “आदित्याय विद्महे…” मंत्र का जाप करें
न करें
- राहु काल (04:03 PM – 05:24 PM) में कोई शुभ कार्य शुरू न करें
- काले/नीले कपड़े पहनने से बचें
- झूठ बोलना या क्रोध करना वर्जित
आपका 7 दिसंबर 2025 का दिन सूर्य देव की कृपा से ऊर्जावान, स्वस्थ और सफलतापूर्ण हो! ॐ घृणिः सूर्याय नमः 🌞