
क्या आप 7 नवंबर 2025 को अपने दिन की शुरुआत शुभ मुहूर्त और पंचांग के अनुसार करना चाहते हैं? आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) आपके लिए हिंदू कैलेंडर के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया है, जिसमें मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि, शुभ मुहूर्त, राहु काल, और अन्य ज्योतिषीय विवरण शामिल हैं। यह लेख SEO-अनुकूलित है, जो Google पर रैंक करने और अधिक क्लिक्स प्राप्त करने के लिए तैयार किया गया है। आइए जानते हैं 7 नवंबर 2025 का विस्तृत पंचांग!
पंचांग क्या है?
पंचांग हिंदू ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो तिथि, नक्षत्र, योग, करण, और वार जैसे पांच अंगों पर आधारित होता है। यह शुभ कार्यों, जैसे विवाह, गृह प्रवेश, और पूजा के लिए सही समय निर्धारित करने में मदद करता है। 7 नवंबर 2025 के पंचांग में मार्गशीर्ष कृष्ण द्वितीया तिथि का विशेष महत्व है, जो कार्तिक मास की शुरुआत और सामान्य पूजा-अनुष्ठान के लिए शुभ मानी जाती है।
7 नवंबर 2025 का पंचांग: महत्वपूर्ण विवरण
तिथि और वार
- तिथि: मार्गशीर्ष कृष्ण पक्ष द्वितीया (शाम 11:05 AM तक, उसके बाद तृतीया)।
- वार: शुक्रवार
- पक्ष: कृष्ण पक्ष
- मास: मार्गशीर्ष (अमांत)
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: सुबह 06:38 AM
- सूर्यास्त: शाम 05:32 PM
चंद्रोदय और चंद्रास्त
- चंद्रोदय: शाम 05:30 PM (लगभग)
- चंद्रास्त: अगले दिन सुबह 06:00 AM
नक्षत्र, योग, और करण
- नक्षत्र: मृगशिरा (पूरे दिन)
- योग: सिद्धि (सुबह 08:30 AM तक), उसके बाद व्याघात योग
- करण: गर (सुबह 09:12 AM तक), उसके बाद वणिज
मार्गशीर्ष कृष्ण द्वितीया: महत्व और पूजा विधि
मार्गशीर्ष कृष्ण द्वितीया कार्तिक मास की कृष्ण पक्ष द्वितीया तिथि है, जो सामान्य पूजा और अनुष्ठान के लिए शुभ है। यह तिथि भगवान गणेश या दुर्गा की पूजा के लिए उपयुक्त है, जो विघ्न नाश और सुख-समृद्धि प्रदान करती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार, द्वितीया तिथि पर द्वितीय चंद्रमा की पूजा से मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
पूजा विधि
- प्रातः स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल: भगवान गणेश या दुर्गा की मूर्ति स्थापित करें।
- पूजा सामग्री: दूर्वा, फल, मिठाई, फूल और दीप।
- मंत्र जाप: “ॐ गं गणपतये नमः” या “ॐ दुं दुर्गायै नमः”।
- कथा: द्वितीया तिथि कथा पढ़ें या सुनें।
- आरती: भगवान की आरती करें।
- दान: जरूरतमंदों को अन्न दान करें।
तिथि के नियम
- सात्विक भोजन करें।
- नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
शुभ मुहूर्त: कार्य शुरू करने का सही समय
7 नवंबर 2025 को विभिन्न कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:00 PM से 12:48 PM।
- विवाह मुहूर्त: उपलब्ध नहीं (कृष्ण पक्ष में विवाह शुभ नहीं)।
- गृह प्रवेश: सुबह 06:40 AM से 08:00 AM।
- वाहन खरीदारी: सुबह 08:15 AM से 10:15 AM।
- नामकरण/मुंडन: दोपहर 12:15 PM से 02:15 PM।
नोट: शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करने से पहले अपने ज्योतिषी से सलाह लें।
राहु काल: अशुभ समय से बचें
राहु काल वह समय होता है जब कोई भी शुभ कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। 7 नवंबर 2025 का राहु काल:
- समय: सुबह 10:42 AM से दोपहर 12:04 PM।
- सुझाव: इस दौरान यात्रा, नए कार्य, या महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें।
अन्य अशुभ काल:
- यमगंड: दोपहर 02:26 PM से 03:48 PM।
- गुलिक काल: सुबह 07:52 AM से 09:14 AM।
अन्य ज्योतिषीय जानकारी
- चंद्र राशि: वृषभ (शाम 11:05 AM तक), उसके बाद मिथुन।
- सूर्य राशि: तुला।
- विशेष: द्वितीया तिथि पर गणेश पूजा से विघ्न नाश। मृगशिरा नक्षत्र यात्रा और व्यापार के लिए शुभ।
7 नवंबर 2025 को क्या करें और क्या न करें?
क्या करें?
- द्वितीया तिथि पर गणेश पूजा करें।
- शुभ मुहूर्त में महत्वपूर्ण कार्य शुरू करें।
- दान-पुण्य और परिवार के साथ समय बिताएं।
क्या न करें?
- राहु काल में कोई शुभ कार्य शुरू न करें।
- तामसिक भोजन और नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
- बिना ज्योतिषीय सलाह के बड़े निर्णय लेने से बचें।
निष्कर्ष
7 नवंबर 2025 का पंचांग आपके दिन को शुभ और सफल बनाने में मदद करेगा। मार्गशीर्ष कृष्ण द्वितीया तिथि का पालन और शुभ मुहूर्त का उपयोग करके आप समृद्धि प्राप्त कर सकते हैं। इस दिन को और खास बनाने के लिए गणेश भक्ति में लीन हों।
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