
क्या आप 7 अगस्त 2025 को अपने दिन की शुरुआत शुभ मुहूर्त और पंचांग के अनुसार करना चाहते हैं? आज का पंचांग (Aaj Ka Panchang) आपके लिए हिंदू कैलेंडर के आधार पर महत्वपूर्ण जानकारी लेकर आया है, जिसमें पुत्रदा एकादशी, शुभ मुहूर्त, राहु काल, और अन्य ज्योतिषीय विवरण शामिल हैं।आइए जानते हैं 7 अगस्त 2025 का विस्तृत पंचांग!
पंचांग क्या है?
पंचांग हिंदू ज्योतिष का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, जो तिथि, नक्षत्र, योग, करण, और वार जैसे पांच अंगों पर आधारित होता है। यह शुभ कार्यों, जैसे विवाह, गृह प्रवेश, और पूजा के लिए सही समय निर्धारित करने में मदद करता है। 6 अगस्त 2025 के पंचांग में पुत्रदा एकादशी का विशेष महत्व है।
7 अगस्त 2025 का पंचांग: महत्वपूर्ण विवरण
तिथि और वार
- तिथि: एकादशी (पुत्रदा एकादशी)
- वार: मंगलवार
- पक्ष: शुक्ल पक्ष
- मास: सावन
सूर्योदय और सूर्यास्त
- सूर्योदय: सुबह 05:45 AM
- सूर्यास्त: शाम 07:05 PM
चंद्रोदय और चंद्रास्त
- चंद्रोदय: दोपहर 03:20 PM
- चंद्रास्त: रात 02:10 AM (6 अगस्त 2025)
नक्षत्र, योग, और करण
- नक्षत्र: मूल नक्षत्र (रात 09:15 PM तक)
- योग: सिद्धि योग (सुबह 08:30 AM तक)
- करण: विष्टि (भद्रा)
पुत्रदा एकादशी: महत्व और पूजा विधि
पुत्रदा एकादशी सावन मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी को मनाई जाती है। यह व्रत संतान प्राप्ति और उनके कल्याण के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण माना जाता है। भगवान विष्णु की कृपा से यह व्रत जीवन में सुख-समृद्धि और पुत्र रत्न की प्राप्ति में सहायक होता है।
पूजा विधि
- प्रातः स्नान: सुबह जल्दी उठकर स्नान करें और स्वच्छ वस्त्र धारण करें।
- पूजा स्थल: भगवान विष्णु की मूर्ति या चित्र को पूजा स्थल पर स्थापित करें।
- व्रत संकल्प: एकादशी व्रत का संकल्प लें और भगवान विष्णु का ध्यान करें।
- पूजा सामग्री: दीप, धूप, फूल, तुलसी पत्र, और प्रसाद चढ़ाएं।
- मंत्र जाप: “ॐ नमो भगवते वासुदेवाय” मंत्र का जाप करें।
- कथा: पुत्रदा एकादशी की कथा पढ़ें या सुनें।
- दान: जरूरतमंदों को दान करें, विशेष रूप से अन्न और वस्त्र।
व्रत के नियम
- व्रत के दिन चावल, मांस, और तामसिक भोजन से परहेज करें।
- दिनभर सात्विक भोजन करें और रात में फलाहार या उपवास रखें।
- क्रोध और नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
शुभ मुहूर्त: कार्य शुरू करने का सही समय
7 अगस्त 2025 को विभिन्न कार्यों के लिए शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं:
- अभिजीत मुहूर्त: दोपहर 12:10 PM से 01:00 PM
- विवाह मुहूर्त: उपलब्ध नहीं (सावन मास में विवाह शुभ नहीं माना जाता)
- गृह प्रवेश: सुबह 07:30 AM से 09:15 AM
- वाहन खरीदारी: दोपहर 02:00 PM से 03:30 PM
नोट: शुभ मुहूर्त में कार्य शुरू करने से पहले अपने ज्योतिषी से सलाह लें।
राहु काल: अशुभ समय से बचें
राहु काल वह समय होता है जब कोई भी शुभ कार्य शुरू नहीं करना चाहिए। 6 अगस्त 2025 का राहु काल:
- समय: दोपहर 03:30 PM से 05:00 PM
- सुझाव: इस दौरान यात्रा, नए कार्य, या महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचें।
अन्य ज्योतिषीय जानकारी
- चंद्र राशि: धनु राशि (रात 09:15 PM तक, इसके बाद मकर राशि)
- सूर्य राशि: कर्क
- विशेष: इस दिन भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा से विशेष लाभ होगा।
7 अगस्त 2025 को क्या करें और क्या न करें?
क्या करें?
- पुत्रदा एकादशी का व्रत रखें और भगवान विष्णु की पूजा करें।
- शुभ मुहूर्त में महत्वपूर्ण कार्य शुरू करें।
- दान-पुण्य और जरूरतमंदों की मदद करें।
क्या न करें?
- राहु काल में कोई शुभ कार्य शुरू न करें।
- तामसिक भोजन और नकारात्मक विचारों से दूर रहें।
- बिना ज्योतिषीय सलाह के बड़े निर्णय लेने से बचें।
निष्कर्ष
7 अगस्त 2025 का पंचांग आपके दिन को शुभ और सफल बनाने में मदद करेगा। पुत्रदा एकादशी का व्रत और शुभ मुहूर्त का पालन करके आप अपने जीवन में सुख-समृद्धि और आध्यात्मिक शांति प्राप्त कर सकते हैं। इस दिन को और खास बनाने के लिए भगवान विष्णु की भक्ति में लीन हों और अपने कार्यों को शुभ मुहूर्त में शुरू करें।
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